बॉम्बे हाई कोर्ट ने महाराष्ट्र सरकार से पूछा कि क्या शिवसेना नेता बाल ठाकरे के अंतिम संस्कार पर बंद का फेसबुक पर विरोध करने वाली दो लड़कियों को अवैध रूप से गिरफ्तार करने वाले पुलिस अधिकारियों के खिलाफ वह आपराधिक कार्रवाई करने पर विचार कर रही है।
न्यायमूर्ति एस सी धरमाधिकारी और न्यायमूर्ति एस बी शुक्रे की पीठ ने पूर्व पत्रकार केतन तिरोडकर की उस याचिका पर सुनवाई करते हुए राज्य सरकार के रवैये पर अपनी नाराजगी जताई, जिसमें गलत रूप से गिरफ्तार करने और रिकॉर्ड में जालसाजी करने के मामले में पुलिस अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की गई है।
अदालत ने कहा कि कानून सबके लिए बराबर है। उसने कहा, कोई कानून को अपने हाथ में नहीं ले। अगर कोई आम नागरिक ऐसा करता तो आप (राज्य सरकार) क्या करते? जब कोई पुलिस अधिकारी संलिप्त होता है तो आप कानूनी प्रक्रिया शुरू क्यों नहीं करते। इससे यह छवि बन रही है।
न्यायमूर्ति एस सी धरमाधिकारी और न्यायमूर्ति एस बी शुक्रे की पीठ ने पूर्व पत्रकार केतन तिरोडकर की उस याचिका पर सुनवाई करते हुए राज्य सरकार के रवैये पर अपनी नाराजगी जताई, जिसमें गलत रूप से गिरफ्तार करने और रिकॉर्ड में जालसाजी करने के मामले में पुलिस अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की गई है।
अदालत ने कहा कि कानून सबके लिए बराबर है। उसने कहा, कोई कानून को अपने हाथ में नहीं ले। अगर कोई आम नागरिक ऐसा करता तो आप (राज्य सरकार) क्या करते? जब कोई पुलिस अधिकारी संलिप्त होता है तो आप कानूनी प्रक्रिया शुरू क्यों नहीं करते। इससे यह छवि बन रही है।
0 comments :
Thanks for comment. Please keep visit chokanna.com