सरकारी स्कूलों में बच्चों को मुफ्त मिलने वाला मिड-डे मील बिहार के सारण जिले में मंगलवार को जहर साबित हुआ। मिड-डे मील के खाने से 20 बच्चों की मौत हो गई है। 60अन्य बच्चे बीमार हैं।
पुलिस सूत्रों ने बताया कि इन बच्चों को मिड-डे मील में चावल, दाल और सोयाबीन की सब्जी दी गई थी । इसे खाने के बाद उनके बेहोश होने पर उन्हें इलाज के लिए मशरख प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया।
विलाप करते परिजन |
जानकारी के अनुसार, स्कूल में खाना खाने के कुछ देर बाद से कई बच्चे उल्टी करने लगे। जब बच्चों की स्थिति बिगड़ने लगी तो उन्हें प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में लाया गया। यहां दो बच्चों की मौत और अन्य की हालत बिगड़ती देख सभी को छपरा सदर अस्पताल भेज दिया गया। बच्चों का इलाज कर रहे डॉक्टर ने बताया कि पीड़ित बच्चों में जो लक्षण दिख रहे हैं, उससे लगता है कि कीटनाशक मिले भोजन से बच्चों की मौत हुई है।
मंगलवार की रात गुस्साए लोगों ने जमकर हंगामा किया। लोगों को समझाने गई पुलिस पर भी बोतलें फेंकी गईं। पीड़ित बच्चों के परिवार वालों का कहना था कि प्रशासन कुछ देर पहले सचेत हुई होती तो और बच्चों को बचाया जा सकता था। जिस वक्त मशरक में बच्चे जीवन व मौत से जूझ रहे थे उस वक्त अगर डॉक्टरों की टीम छपरा से मशरक पहुंच गई होती तो इतने बच्चों की जान नहीं जाती।
इस बीच बीजेपी और आरजेडी ने बुधवार को छपरा बंद का आह्वान किया है।
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