भागीरथी नदी के किनारे बना प्रसिद्ध मणिकर्णिका मंदिर शुक्रवार सुबह नदी की लहरों की चपेट में आकर बह गया। ऐसा पानी का बहाव और जलस्तर बढ़ने के चलते हुआ।
मणिकर्णिका मंदिर, 'श्रावण' के महीने के दौरान श्रद्धालुओं के लिए एक पसंदीदा मन्दिर है। यहाँ के पुजारी सुरेश शास्त्री ने कहा की घटना के समय मन्दिर खाली था इसलिए कोई हताहत नहीं हुआ।
यह मन्दिर 1991 मे आए भूकंप के बाद दोबारा से बनाया गया था।
उत्तराखंड की ही मंदाकिनी नदी में बहे रुदप्रयाग के एसडीएम अजय अरोड़ा का अब तक पता नहीं चला है।
मणिकर्णिका मंदिर, 'श्रावण' के महीने के दौरान श्रद्धालुओं के लिए एक पसंदीदा मन्दिर है। यहाँ के पुजारी सुरेश शास्त्री ने कहा की घटना के समय मन्दिर खाली था इसलिए कोई हताहत नहीं हुआ।
यह मन्दिर 1991 मे आए भूकंप के बाद दोबारा से बनाया गया था।
उत्तराखंड की ही मंदाकिनी नदी में बहे रुदप्रयाग के एसडीएम अजय अरोड़ा का अब तक पता नहीं चला है।
0 comments :
Thanks for comment. Please keep visit chokanna.com