आतंकी संगठन इंडियन मुजाहिदीन के सह संस्थापक यासीन भटकल ने जांचकर्ताओं को बताया कि उसे इस साल फरवरी में हैदराबाद में धमाके करने के लिए अपने पाकिस्तानी आकाओं से निर्देश मिले थे। इस साल 27 फरवरी को दिलसुखनगर में दो बम धमाके हुए थे। इसमें 17 लोग मारे गए थे और 100 से ज्यादा घायल हुए थे।
अधिकारियों के मुताबिक यासीन ने पूछताछ के दौरान खुफिया एजेंसी आईबी के दल से कहा कि उसे पाकिस्तानी आकाओं से दिलसुखनगर को निशाना बनाने के निर्देश मिले थे, ताकि विदेशी कंपनियां भारत में अपना कारोबार फैलाने से हाथ खींच लें।
जर्मन बेकरी में रखा विस्फोटक: यासीन ने बताया कि पुणे की जर्मन बेकरी में उसने एक दुकान में बम लगाया था, जहां ढेर सारे लोग पहुंचते थे। वहां बम लगाने का मकसद अधिक से अधिक नुकसान पहुंचाना था, इसलिए विस्फोटक सामग्री गैस सिलेंडरों के पास रखी गई थी। 13 फरवरी, 2010 को हुए उस ब्लास्ट में चार विदेशियों समेत 17 लोग मारे गए थे।
अधिकारियों के मुताबिक यासीन ने पूछताछ के दौरान खुफिया एजेंसी आईबी के दल से कहा कि उसे पाकिस्तानी आकाओं से दिलसुखनगर को निशाना बनाने के निर्देश मिले थे, ताकि विदेशी कंपनियां भारत में अपना कारोबार फैलाने से हाथ खींच लें।
जर्मन बेकरी में रखा विस्फोटक: यासीन ने बताया कि पुणे की जर्मन बेकरी में उसने एक दुकान में बम लगाया था, जहां ढेर सारे लोग पहुंचते थे। वहां बम लगाने का मकसद अधिक से अधिक नुकसान पहुंचाना था, इसलिए विस्फोटक सामग्री गैस सिलेंडरों के पास रखी गई थी। 13 फरवरी, 2010 को हुए उस ब्लास्ट में चार विदेशियों समेत 17 लोग मारे गए थे।
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