रूसी राष्ट्रपति ब्लादीमीर पुतिन ने पश्चिमी देशों को चेतावनी दी है कि सीरिया पर एकपक्षीय सैनिक कार्रवाई के गंभीर परिणाम होंगे। हालांकि रूसी राष्ट्रपति ने यह भी कहा है कि वह संयुक्त राष्ट्र में सैन्य दखल का तब तक समर्थन नहीं करेगा, जब तक रासायनिक हमलों में असद सरकार के हाथ होने का दावा साबित नहीं हो जाता।
एक समाचार एजेंसी को दिए इंटरव्यू में पुतिन ने कहा है कि रूस ने सीरिया को एस-300 एयर डिफेंस मिसाइल सिस्टम के कुछ कंपोनेंट दिए थे, लेकिन अब इस पर रोक लगा दी है। उन्होंने बताया कि अगर पश्चिमी देशों ने संयुक्त राष्ट्र की बिना इजाजत के सीरिया पर सैनिक कार्रवाई की तो रूस बाकी देशों को भी शक्तिशाली मिसाइल प्रणाली बेच सकता है। इसी बीच, अमेरिकी सीनेटर्स ने सीरिया में सैनिक कार्रवाई करने के लिए ओबामा का समर्थन किया है।
सीरिया संकट गहरा गया है। समाचार एजेंसी रॉयटर्स ने रूस की सरकारी समाचार एजेंसी आरआईए के हवाले से कहा है कि रूसी रडार ने दो बैलेस्टिक ऑब्जेक्ट पकड़े हैं। इसे सीरिया की ओर दो मिसाइलें दागे जाने के रूप में देखा गया। इस बीच इजरायल कहा है कि उसने अमरीका के साथ मिलकर भूमध्य सागर में मिसाइल का परीक्षण किया है। लड़ाकू विमान से इस मिसाइल को दागा गया है। हालांकि बाद में खबर आई कि मिसाइलें समुद्र में गिर गईं। लेकिन रूसी रक्षा मंत्रालय द्वारा सीरिया पर मिसाइल हमला होने संबंधी इस घोषणा से भारतीय शेयर बाजार में हलचल मच गई। बीएसई (बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज) के शेयर सूचकांक सेंसेक्स में 500 अंकों की और निफ्टी में 200 अंकों की गिरावट दर्ज की गई। इसका असर भारतीय बाजार सहित ग्लोबल मार्केट में देखने को मिल रहा है। रुपए 3.1 फीसदी गिरकर 68.12 के स्तर पर पहुंच गया है। बेंचमार्क पर भी इस खबर का असर दिखा है, जो 10 बेसिक प्वांइट में 8.52 फीसद तक ऊपर देखने को मिला।
इससे पहले रूस ने अमेरिका को चेतावनी दी थी कि हमला हुआ तो गंभीर नतीजे भुगतने होंगे। अमेरिका ने दावा किया है कि सीरिया सरकार ने रासायनिक हमले में सरीन गैस का इस्तेमाल किया है। इस रासायनिक हमले में 1400 सीरियाई नागरिकों की मौत हो गई थी। अमेरिकी रक्षा मंत्री जॉन कैरी ने बताया कि अमेरिका ने दमिश्क में कई लोगों के खून और बालों के नमूने जुटाए हैं। इसके जांच के नतीजे पॉजिटिव आए थे।
कैरी ने बताया कि सीरियाई राष्ट्रपति असद-अल-बशर दुनिया के कुख्यात तानाशाह एडोल्फ हिटलर और सद्दाम हुसैन के बराबर आ गए हैं, जिन्होंने मासूम लोगों पर रासायनिक हथियारों का इस्तेमाल किया है। यह पहली बार है कि वॉशिंगटन ने 21 अगस्त को सीरिया के घूटो में हुए हमले को रासायनिक हमला माना है। अमेरिकी बयान पर जवाब देते हुए असद ने भी किसी भी बाहरी हमले से अच्छी तरह से निपटने की बात कही है।
वहीं, एक फ्रांसीसी खुफिया एजेंट ने सीरियाई सरकार के बारे में चौंकाने वाला दावा किया है। असद सरकार के पास एक हजार टन केमिकल हथियारों का जखीरा है। इस जानकारी को फ्रेंच राष्ट्रपति होलेंद ने सीरिया पर हमला करने के लिए काफी बताया है। लेकिन अमेरिका अभी भी दुविधा की स्थिति में है। बीते शनिवार को अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने बताया कि जब तक अमेरिकी कांग्रेस सीरिया पर सैन्य हमले की इजाजत नहीं देगी, तब तक वह कुछ नहीं करेंगे। असद ने चेतावनी दी है कि अगर सीरिया पर हमला हुआ तो दुश्मनों को तबाह कर दिया जाएगा।
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