चारा घोटाले के आरसी 20ए/96 में दोषी करार बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद, डॉ जगन्नाथ मिश्र समेत 37 मुजरिमों को तीन अक्तूबर को सजा सुनायी जायेगी. सीबीआइ की विशेष अदालत के न्यायाधीश पीके सिंह वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये सजा सुनायेंगे. सजा के बिंदु पर सुनवाई की तैयारियां पूरी कर ली गयी हैं. राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद, जदयू सांसद जगदीश शर्मा व पूर्व विधायक आरके राणा समेत अन्य मुजरिम 30 सितंबर से बिरसा केंद्रीय कारा में हैं, जबकि डॉ मिश्र रिम्स में एडमिट हैं.
सीबीआइ के विशेष न्यायाधीश पीके सिंह ने चाईबासा कोषागार से 37.70 करोड़ रुपये की अवैध निकासी के मामले में 30 सितंबर को 45 अभियुक्तों को दोषी करार दिया था. इनमें छह राजनीतिज्ञ, चार आइएएस अधिकारी, एक आइआरएस अधिकारी, पशुपालन विभाग के आठ अधिकारी, एक कोषागार पदाधिकारी और 25 सप्लायर शामिल हैं. अदालत ने इन अभियुक्तों में से उनके अपराध के आधार पर आठ को तीन-तीन साल सश्रम कारावास की सजा सुनायी थी. 50 हजार से पांच लाख रुपये तक का अर्थ दंड लगाया था. दंड की रकम अदा नहीं करने पर छह माह अतिरिक्त कारावास की सजा भुगतने का आदेश दिया था. अदालत ने शेष 37 मुजरिमों के लिए सजा के बिंदु पर सुनवाई और उन्हें सजा सुनाने के लिए तीन अक्तूबर की तिथि तय की थी.
इस मामले में लालू के वरिष्ठ अधिवक्ता चितरंजन प्रसाद सिन्हा ने बताया कि वर्तमान परिस्थितियों में उन्होंने अपील दशहरे के अवकाश के बाद ही फाइल करने का फिलहाल मन बनाया है. बाकी कल के सीबीआई अदालत के फैसले पर ही सबकुछ निर्भर करेगा. इस बीच राजद सूत्रों ने आज बताया कि पूर्व केंद्रीय मंत्री और राजद नेता प्रेम चंद गुप्ता और कई अन्य नेताओं ने आज जेल में लालू से मुलाकात की. राजद के एक वरिष्ठ नेता ने कहा कि लालू उनकी पार्टी के नेताओं द्वारा बाहर से लाया गया भोजन खाया.
दिन भर मुलाकातियों का तांता
लालू प्रसाद से जेल में मिलनेवालों का दिन भर तांता लगा रहा. उनके बेटे तेजस्वी भी उनसे मिलने पहुंचे. इसके अलावा विधायक संजय यादव, जर्नादन प्रसाद, सुरेश पासवान सहित अन्य नेता भी पहुंचे. बिहार से लालू के कई रिश्तेदार और नेता भी आये थे. इस कारण जेल के बाहर भी सुरक्षा बढ़ा दी गयी है. बाहर बेरिकेडिंग कर दी गयी है. यहां जांच के बाद ही मुलाकातियों को अंदर जाने दिया जा रहा है.
देखभाल के लिए विशेष व्यवस्था
जेल प्रशासन ने लालू प्रसाद की देखभाल के लिए विशेष व्यवस्था की है. इसके लिए दो कैदियों को लगाया गया है. उन्हें बाहर से खाना मंगा कर खाने की इजाजत दे दी गयी है. खाना में उन्हें दो तरह की सब्जी, अरवा चावल, दूध, रोटी उपलब्ध कराया जा रहा है. इसके साथ ही उनके वार्ड में टेलीविजन और पेपर की सुविधा भी प्रदान की गयी है.
लालू के समधी कैप्टन अजय पहुंचे, मुलाकात की
रांची: राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद से मिलने मंगलवार को हरियाणा के ऊर्जा मंत्री और लालू प्रसाद के समधी डॉ कैप्टन अजय सिंह यादव रांची आये. उन्होंने एयरपोर्ट पर पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि वे लालू जी से मिलने आये हैं. उन्होंने रांची के मौसम की काफी तारीफ की. उद्योग बिल के संदर्भ में कहा कि इस बिल से ग्रामीणों को फायदा मिलेगा. उनके स्वागत में विधायक संजय यादव सहित अन्य एयरपोर्ट पहुंचे.
जगन्नाथ मिश्र के इलाज को लेकर सीएम को पत्र
रांची. अधिवक्ता अशोक कुमार ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को पत्र लिख कर चारा घोटाले के आरोपी पूर्व मुख्यमंत्री जगन्नाथ मिश्र का इलाज सही तरीके से कराने के लिए निर्देश देने का आग्रह किया है. श्री कुमार ने कहा कि अदालत के निर्देश के बावजूद श्री मिश्र के इलाज में कोताही बरती गयी. सूचना होने के बावजूद रिम्स में वरीय डॉक्टर उपलब्ध नहीं थे.
लालू से बोले रघुवंश : रोज पढ़िये गीता, चिंता छोड़िए
रांची: राजद सांसद रघुवंश प्रसाद सिंह ने मंगलवार को बिरसा मुंडा कारा में लालू प्रसाद से मुलाकात की. बाद में श्री सिंह ने कहा कि लालू प्रसाद ठीक हैं. मैंने उन्हें सुबह-शाम गीता पढ़ने के लिए कहा है. गीता पढ़ने से वे चिंता मुक्त रहेंगे. लालू जी पार्टी-संगठन को लेकर चिंतित थे. हमने उन्हें भरोसा दिलाया है कि सब ठीक हो जायेगा. सब मिल कर पार्टी चलायेंगे. श्री प्रसाद मंगलवार को रिम्स में पूर्व सीएम डॉ जगन्नाथ मिश्र को देखने पहुंचे थे. उन्होंने बताया कि जगन्नाथ मिश्र की तबीयत ठीक हो रही है. हाल में उनकी तबीयत बहुत खराब थी. हम उनके जल्दी ठीक होने की कामना करते हैं.
सुरक्षाकर्मियों से उलझे समर्थक
रांची: होटवार स्थित बिरसा मुंडा केंद्रीय कारा में बंद पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद से मिलने पहुंचे उनके समर्थक जेल गेट पर सिपाहियों से उलझ गये. दोपहर लगभग 12 बजे दर्जनों की संख्या में उनके समर्थक जेल गेट पहुंचे. सभी एक साथ अंदर जाना चाहते थे. उन्हें गेट पर तैनात सुरक्षाकर्मियों ने रोका. सुरक्षाकर्मी एक-एक कर उन्हें अंदर जाने को कह रहे थे. इसी पर समर्थक उनसे उलझ गये. उन्हें धक्का देते हुए अंदर जाने की कोशिश करने लगे. बाद में समर्थकों के आक्रोश को देखते हुए जेल गेट का मुख्य दरवाजा बंद करना पड़ा. इस कारण सुरक्षाकर्मियों को काफी परेशानियों का भी सामना करना पड़ा. लालू प्रसाद से मिलने आने वालों में ज्यादातर लोग बिहार के थे. वे खुद को उनके करीबी या फिर रिश्तेदार बता रहे थे.
राजद की राजनीति रांची शिफ्ट
रांची: राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद को चारा घोटाले के मामले में दोषी करार दिये जाने के बाद होटवार जेल भेज दिया गया है. जेल जाने के बाद भी पार्टी की राजनीति लालू प्रसाद पर ही केंद्रित है. राजद के दिग्गज नेता रविवार को पार्टी सुप्रीमो लालू प्रसाद के साथ रांची आये थे. पिछले तीन दिन से रांची में ही डेरा जमाये हुए हैं. राजद की राजनीति बिहार से रांची शिफ्ट हो गयी है. राजद की राजनीति यहीं से संचालित हो रही है. लालू प्रसाद ही राजद की राजनीति के केंद्र बिंदु रहे हैं. इन्हीं के निर्देश पर दो दशकों से पार्टी का संचालन होता आया है. अभी भी लालू प्रसाद को ही सुप्रीमो माना जा रहा हैं.
लालू प्रसाद के जेल जाने के बाद क्या पार्टी को संचालित करने के लिए कोर कमेटी का गठन किया जायेगा? इस पर पार्टी के वरिष्ठ नेता राम कृपाल यादव ने स्पष्ट किया कि पार्टी में कोई कोर कमेटी नहीं बनेगी. लालू प्रसाद पार्टी के नेता हैं और रहेंगे. उनके निर्देश से सामूहिक नेतृत्व से पार्टी चलेगी. अब्दुल बारी सिद्दिकी ने कहा कि पार्टी एकजुट है. लालू प्रसाद को साजिश के तहत फंसाया गया है. इस बात को जनता के बीच ले जाया जायेगा. अब पार्टी की कमान कौन संभालेगा? इस पर लालू प्रसाद के बेटे तेजस्वी यादव ने कहा कि वे पार्टी के कार्यकर्ता हैं. कार्यकर्ता ही पार्टी को चलाते हैं. उन्होंने कहा कि लालू प्रसाद को राजनीतिक षडयंत्र के तहत फंसाया गया है.
जेल में लालू प्रसाद यादव से मिलने वालों में गिरिनाथ सिंह, साधु यादव, रघुनाथ झा, रामचंद्र पूर्वे, भाई दिनेश, वृजेंद्र यादव, अभय सिंह, जय सिंह यादव, डॉ मनोज कुमार, सांसद प्रभुनाथ सिंह, विदेश सिंह, राम कृपाल सिंह शामिल थे. जिन्होंने लालू प्रसाद से उनके स्वास्थ्य की जानकारी ली. साथ ही उन्हें धैर्य बनाये रखने को कहा. इसके साथ ही उनके बीच अन्य मुद्दो पर भी बात- चीत हुई.
वकीलों से परामर्श में जुटे राजद नेता
पार्टी के दिग्गज नेता लालू प्रसाद को दोषी करार देने के बाद लगातार वकीलों से कानूनी सलाह ले रहे हैं. कानूनविदों के अनुसार फिलहाल लालू प्रसाद को राहत मिलती नहीं दिख रही है. तीन अक्तूबर को फैसला होने के बाद ही हाइकोर्ट में श्री प्रसाद की ओर से अपील याचिका दायर की जा सकती है. महालया को लेकर चार अक्तूबर को हाइकोर्ट में आधी पाली ही सुनवाई होगी. इसके बाद से हाइकोर्ट में दुर्गापूजा का अवकाश(16 अक्तूबर तक ) हो जायेगा. इसके बाद ही इस मामले में की जाने वाली अपील पर सुनवाई संभव होगी
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