बागी तेवर अपनाए लक्ष्मी नगर से आम आदमी पार्टी (आप) के विधायक विनोद कुमार बिन्नी ने गुरुवार की सुबह दिल्ली के मुख्यमंत्री केजरीवाल पर कई आरोप लगाए। उन्होंने अरविंद केजरीवाल के लिए भ्रष्टाचारी और धोखेबाज जैसे शब्द प्रयोग किए। उन्होंने केजरीवाल पर संदीप दीक्षित से मिलीभगत के भी आरोप लगाए।
बिन्नी ने कहा कि अरविंद केजरीवाल के तानाशाही रवैये से पार्टी अपने मकसद से भटक गई है। उन्होंने कहा, बिजली-पानी के मुद्दे पर दिल्ली की जनता ठगा हुआ महसूस कर रही है। उन्होंने यहां तक कहा, 'पार्टी को अरविंद केजरीवाल और उनके बचपन के दोस्त चला रहे हैं। संजय सिंह, कुमार विश्वास और मनीष सिसोदिया अरविंद केजरीवाल के बचपन के दोस्त हैं। यही पार्टी चला रहे हैं।'
बिन्नी ने बागी तेवर अपनाते हुए कहा, 'अगर केजरीवाल सरकार ने 26 जनवरी तक अपने सभी प्रमुख वादे पूरे नहीं किए तो मैं 27 जनवरी से दिल्ली के जंतर-मंतर पर अनिश्चितकालीन अनशन पर बैठूंगा।' बिन्नी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि आम आदमी पार्टी का गठन जिस मकसद से किया गया था, वह उससे भटक गई है। उन्होंने कहा कि पूरी पार्टी 4-5 लोगों की गिरफ्त में है। वही बंद कमरे में निर्णय लेते हैं। जनता के सामने डिमॉक्रेटिक होने का ड्रामा करते हैं।
बिन्नी ने एक-एक कर कई मुद्दे उठाए। सबसे पहले उन्होंने पानी के मुद्दे पर कहा, 'हमने चुनाव से पहले जनता से जो वादा किया था, उसे पूरा नहीं किया। बहुत ही चालाकी के साथ हमने दिल्ली को जनता को धोखा दिया है। हमने कहा था कि 700 लीटर पानी दिल्ली की जनता को मुफ्त में दिया जाएगा, लेकिन बाद में उन्होंने इसे बदल दिया। अब हो गया है कि जैसे ही आप 700 लीटर से ज्यादा पानी का यूज करेंगे आपको पूरा बिल देना होगा। यही काम बिजली के मामले में किया गया। पहले हमने वादा किया था कि बिजली बिल आधा किया जाएगा। इसके लिए कोई शर्त नहीं थी। लेकिन, चुनाव के बाद उन्होंने सांठ-गांठ कर 400 यूनिट वाली स्कीम बनाई। इससे दिल्ली के सिर्फ 10 फीसदी लोगों को फायदा होगा। 90 फीसदी लोग छला हुआ महसूस कर रहे हैं।'
बिन्नी ने कहा कि इस मुद्दे पर उन्हें जवाब देना चाहिए। बिन्नी ने कहा, 'आप' ने चुनाव के पहले कहा था कि सरकार बनने के सिर्फ 15 दिनों के बाद दिल्ली में अन्ना वाला जनलोकपाल बिल लाएंगे। लेकिन, 15 दिन बीत जाने के बाद भी उस पर कोई चर्चा नहीं। राजनीति में समय का भी महत्व होता है। अगर आप समय पर अपना कार्य पूरा नहीं करेंगे तो आगे से जनता आप पर भरोसा नहीं करेगी।' बिन्नी ने कहा कि केजरीवाल का मकसद है कि वह किसी तरह लोकसभा चुनाव तक समय काटें, उसके बाद सत्ता की मलाई खाने में जुट जाएंगे।
बिन्नी ने उन पर रेप के मामलों पर भी संवेदनहीन होने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा, जो टीम केजरीवाल रेप के किसी भी मुद्दे पर सड़कों पर उतर जाती थी, वह अब महिला सुरक्षा पर संवेदनहीन हो गई है। बिन्नी ने इसका ताजा उदाहरण भी पेश किया। उन्होंने कहा, मंगलवार को दिल्ली में एक विदेशी महिला के साथ रेप हुआ, लेकिन केजरीवाल ने इस मुद्दे पर एक बयान तक नहीं दिया।'
बिन्नी ने अरविंद केजरीवाल और कांग्रेस के बीच सांठ-गांठ के भी आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि शीला दीक्षित के बेटे और पूर्वी दिल्ली के सांसद संदीप दीक्षित अरविंद केजरीवाल के अच्छे मित्र हैं। उन्होंने कहा कि केजरीवाल कांग्रेस के इशारों पर काम कर रहे हैं। बिन्नी ने सवाल किया कि आखिर दिल्ली के भ्रष्ट मंत्रियों के खिलाफ अब तक अरविंद केजरीवाल ने जांच के आदेश क्यों नहीं दिए, जबकि चुनाव के पहले कह रहे थे कि सरकार बनते ही इन्हें जेल भेज दिया जाएगा।
उन्होंने अरविंद केजरीवाल पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाएं। उन्होंने कि अरविंद ने विधानसभा चुनाव में टिकट बांटने में भ्रष्टाचार किया। बिन्नी ने कहा, 'सभी टिकट पहले से तय थे, फिर उन्होंने कार्यकर्ताओं से आवेदन क्यों मांगे? उन्होंने मेहनतकश कार्यकर्ताओं की भावनाओं से क्यों खेला? उन्होंने कहा कि मेरा टिकट भी पहले तय था। जब मैंने इनकार किया तो उन्होंने कहा कि आपको ही लड़ना है। बिन्नी ने आगे भी कहा कि दिल्ली से कौन चुनाव लड़ेगा यह पहले से तय है। कुछ लोग तो प्रचार भी कर रहे हैं।' अंत में उन्होंने कहा कि अरविंद केजरीवाल तानाशाह हो गए हैं। पार्टी सिर्फ वह और उनके बचपन के दोस्त चला रहे हैं। उन्होंने सवालिया लहजे में कहा कि क्या यही अरविंद केजरीवाल का स्वराज है?
बिन्नी ने कहा कि अरविंद केजरीवाल के तानाशाही रवैये से पार्टी अपने मकसद से भटक गई है। उन्होंने कहा, बिजली-पानी के मुद्दे पर दिल्ली की जनता ठगा हुआ महसूस कर रही है। उन्होंने यहां तक कहा, 'पार्टी को अरविंद केजरीवाल और उनके बचपन के दोस्त चला रहे हैं। संजय सिंह, कुमार विश्वास और मनीष सिसोदिया अरविंद केजरीवाल के बचपन के दोस्त हैं। यही पार्टी चला रहे हैं।'
बिन्नी ने बागी तेवर अपनाते हुए कहा, 'अगर केजरीवाल सरकार ने 26 जनवरी तक अपने सभी प्रमुख वादे पूरे नहीं किए तो मैं 27 जनवरी से दिल्ली के जंतर-मंतर पर अनिश्चितकालीन अनशन पर बैठूंगा।' बिन्नी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि आम आदमी पार्टी का गठन जिस मकसद से किया गया था, वह उससे भटक गई है। उन्होंने कहा कि पूरी पार्टी 4-5 लोगों की गिरफ्त में है। वही बंद कमरे में निर्णय लेते हैं। जनता के सामने डिमॉक्रेटिक होने का ड्रामा करते हैं।
बिन्नी ने एक-एक कर कई मुद्दे उठाए। सबसे पहले उन्होंने पानी के मुद्दे पर कहा, 'हमने चुनाव से पहले जनता से जो वादा किया था, उसे पूरा नहीं किया। बहुत ही चालाकी के साथ हमने दिल्ली को जनता को धोखा दिया है। हमने कहा था कि 700 लीटर पानी दिल्ली की जनता को मुफ्त में दिया जाएगा, लेकिन बाद में उन्होंने इसे बदल दिया। अब हो गया है कि जैसे ही आप 700 लीटर से ज्यादा पानी का यूज करेंगे आपको पूरा बिल देना होगा। यही काम बिजली के मामले में किया गया। पहले हमने वादा किया था कि बिजली बिल आधा किया जाएगा। इसके लिए कोई शर्त नहीं थी। लेकिन, चुनाव के बाद उन्होंने सांठ-गांठ कर 400 यूनिट वाली स्कीम बनाई। इससे दिल्ली के सिर्फ 10 फीसदी लोगों को फायदा होगा। 90 फीसदी लोग छला हुआ महसूस कर रहे हैं।'
बिन्नी ने कहा कि इस मुद्दे पर उन्हें जवाब देना चाहिए। बिन्नी ने कहा, 'आप' ने चुनाव के पहले कहा था कि सरकार बनने के सिर्फ 15 दिनों के बाद दिल्ली में अन्ना वाला जनलोकपाल बिल लाएंगे। लेकिन, 15 दिन बीत जाने के बाद भी उस पर कोई चर्चा नहीं। राजनीति में समय का भी महत्व होता है। अगर आप समय पर अपना कार्य पूरा नहीं करेंगे तो आगे से जनता आप पर भरोसा नहीं करेगी।' बिन्नी ने कहा कि केजरीवाल का मकसद है कि वह किसी तरह लोकसभा चुनाव तक समय काटें, उसके बाद सत्ता की मलाई खाने में जुट जाएंगे।
बिन्नी ने उन पर रेप के मामलों पर भी संवेदनहीन होने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा, जो टीम केजरीवाल रेप के किसी भी मुद्दे पर सड़कों पर उतर जाती थी, वह अब महिला सुरक्षा पर संवेदनहीन हो गई है। बिन्नी ने इसका ताजा उदाहरण भी पेश किया। उन्होंने कहा, मंगलवार को दिल्ली में एक विदेशी महिला के साथ रेप हुआ, लेकिन केजरीवाल ने इस मुद्दे पर एक बयान तक नहीं दिया।'
बिन्नी ने अरविंद केजरीवाल और कांग्रेस के बीच सांठ-गांठ के भी आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि शीला दीक्षित के बेटे और पूर्वी दिल्ली के सांसद संदीप दीक्षित अरविंद केजरीवाल के अच्छे मित्र हैं। उन्होंने कहा कि केजरीवाल कांग्रेस के इशारों पर काम कर रहे हैं। बिन्नी ने सवाल किया कि आखिर दिल्ली के भ्रष्ट मंत्रियों के खिलाफ अब तक अरविंद केजरीवाल ने जांच के आदेश क्यों नहीं दिए, जबकि चुनाव के पहले कह रहे थे कि सरकार बनते ही इन्हें जेल भेज दिया जाएगा।
उन्होंने अरविंद केजरीवाल पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाएं। उन्होंने कि अरविंद ने विधानसभा चुनाव में टिकट बांटने में भ्रष्टाचार किया। बिन्नी ने कहा, 'सभी टिकट पहले से तय थे, फिर उन्होंने कार्यकर्ताओं से आवेदन क्यों मांगे? उन्होंने मेहनतकश कार्यकर्ताओं की भावनाओं से क्यों खेला? उन्होंने कहा कि मेरा टिकट भी पहले तय था। जब मैंने इनकार किया तो उन्होंने कहा कि आपको ही लड़ना है। बिन्नी ने आगे भी कहा कि दिल्ली से कौन चुनाव लड़ेगा यह पहले से तय है। कुछ लोग तो प्रचार भी कर रहे हैं।' अंत में उन्होंने कहा कि अरविंद केजरीवाल तानाशाह हो गए हैं। पार्टी सिर्फ वह और उनके बचपन के दोस्त चला रहे हैं। उन्होंने सवालिया लहजे में कहा कि क्या यही अरविंद केजरीवाल का स्वराज है?
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