सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस टीएस ठाकुर ने असहिष्णुता
को लेकर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि देश में
असहिष्णुता नहीं है और ये केवल
एक सियासी मुद्दा है। देश में कानून
का राज है इसलिए किसी को भी
डरने की जरूरत नहीं है। सुप्रीम
कोर्ट हर धर्म, पंथ और जाति के
लोगों के अधिकारों की सुरक्षा करता
रहेगा। तीन दिसंबर को देश के
चीफ जस्टिस पद की शपथ लेने के
बाद जस्टिस ठाकुर ने पहली बार अनौपचारिक चर्चा की।
उन्होंने कहा- मैं सभी से अपील करता हूं कि एक-दूसरे के
लिए प्रेम रखें। समाज में बैर-भाव कम करके मिलजुलकर
रहें। मैं ऐसी संस्था का नेतृत्व कर रहा हूं, जो कानून का
शासन कायम करती है। जब तक न्यायपालिका स्वतंत्र है,
तब तक किसी को डरने की जरूरत नहीं है।
पद्मभूषण
से सम्मानित ठुमरी गायिका गिरिजा देवी ने मऊ (यूपी) में
कहा कि मैं भी मानती हूं कि असहिष्णुता नहीं है। जिन्होंने
असहनशीलता के नाम पर सम्मान लौटाए, ये गलत है।
क्योंकि सम्मान किसी सरकार ने नहीं बल्कि देश ने दिया
है। मुख्य न्यायाधीश के बयान का भाजपा ने स्वागत किया है।
टाटा समूह के मानद चेयरमैन रतन टाटा ने कहा
है कि भारतीय
समाज में हमेशा आपसी सामंजस्य रहा है। हम हमेशा साथ
रहे हैं। हमें ऐसा कुछ नहीं करना चाहिए जिससे हमारे
आस-पास बढ़ रही असहिष्णुता को बल मिले।
0 comments :
Thanks for comment. Please keep visit chokanna.com