फोटो विकी |
अल गजाली का पूरा नाम अबू हामिद मुहम्मद इब्न
मुहम्मद अल गजाली था। इनका जन्म ईरान में हुआ था। अल गजाली को महान न्यायविद्, धर्मशास्त्री और रहस्यवादी माना जाता है।
जन्म 1058
मृत्यु 1111
प्रस्तुत है अल गजाली की कुछ शिक्षाएं
- सलाह देना आसान है। स्वीकार करना मुश्किल है, क्योंकि यह हमेशा कड़वी लगती है।
- जुबान बहुत छोटी और हल्की होती है, लेकिन यह आपको सबसे ऊपर ले जा सकती है और यह सबसे नीचे भी पहुंचा सकती है।
- मीठे बोल पत्थर से भी कड़ेदिल को नर्म कर सकते हैं, लेकिन कठोर शब्द मखमल से भी ज्यादा नर्म दिल को कठोर कर देते हैं।
- ज्ञान इंसान की आत्मा में उसी तरह समाया रहता है जैसे बीज, मिट्टी में। समय के साथ इसमें छिपी संभावनाएं सामने आने लगती हैं।
- ईमानदारी की पहली सीढ़ी है आपके निजी और सार्वजिनक विचारों का एक समान होना।
- इच्छाएं गुलाम को राजा बना सकती हैं और धैर्य राजा को गुलाम बना सकता है।
- मैं पलटकर अपनी जिंदगी की ओर देखता हूं तो पाता हूं कि जब भी मैंने सोचा कि मैं खारिज कर दिया जाउंगा, तब-तब मैंने खुद को और बेहतरी के लिए तैयार किया।
- मुझे कभी अपनी आत्मा से बात करना आसान नहीं लगा। कभी इसने मेरी मदद की और कभी मेरा विरोध किया।
- जिस चीज से आपको प्यार है उसे हासिल करने के लिए पहले उन चीजों से गुजरना होगा, जिनसे आपको नफरत है।
- उन लोगों के साथ रहिए जिनका भरोसा मजबूत हो, उनसे सीखिए कि पक्का भरोसा कैसे हासिल किया जाता है।
- लोगों की प्रशंसा से खुश होने की जरूरत नहीं है और उनकी आलोचना से निराश होना भी बेकार है।
- जो लोग सीप की तलाश करते हैं उन्हें सीप मिलती है और जो सीप खोलते हैं उन्हें मोती मिलता है।
- कर्म के बिना ज्ञान बेकार है और ज्ञान के बिना काम मूर्खता है।
- आप सभी से श्रेष्ठ हैं यह मानना घमंड है।
- बुरे चरित्र से व्यक्ति अपनी आत्मा को ही दंडित करता है
0 comments :
Thanks for comment. Please keep visit chokanna.com